हर कोई शादी के बाद हनीमून मनाने के लिए जाता है, ताकि वह अपने जीवनसाथी के साथ कुह समय अकेले बिता सके, लेकिन हम आपको ब्रिटेन के एक कपल के बारे में आपको बताने जा रहे है, जो एक दुसरे के साथ हनीमून के लिए गये लेकिन वह एक दुसरे के साथ समय नही बिता पाए |
ब्रिटेन के वेस्ट लंदन का रहने वाला एक कपल भी अपना हनीमून मनाने गया था। लेकिन उनका यह हनीमून किसी डरावने सपने से कम नही रहा | उनके साथ एक ऐसी घटना घटी, जिसके बाद पति पत्नी को दस दनों तक अलग अलग रहना पड़ा।
क्या था पूरा मामला
आपको बता दे की 27 साल की एमी और 33 साल के एलबर्टो की कुछ समय पहले ही शादी हुई थी। उन्होंने हनीमून पर जाने के लिए आयरलैंड के बारबाडोस को चुना। वहाँ से रवाना होने के पहले दोनों का कोरोना टेस्ट भी हुआ जो कि निगेटिव आया। उसके बाद वह जाने की अनुमति मिल गई। लेकिन वह जैसे ही ब्रिजटाउन एयरपोर्ट पर आए तो उनके साथ एक घटना घटित हो गई।
जब दोनों का कोरोना टेस्ट हुआ तो पति का नेगेटिव, लेकिन यहा पर उनकी पत्नी एमी कोरोना पॉजिटिव पाई गई। यह रिपोर्ट देख कपल हैरान रह गया। उसके बाद स्थानीय अधिकारियों ने एमी को एक सरकारी आइसोलेशन सेंटर में भेज दिया। वहा पर उन्हें दस दिनों के लिए रखा गया और वही उनके पति एक होटल में अकेले दस दिनों तक रहे |
वही उनकी पत्नी को अजनबियों के साथ अपना रूम शेयर करना पड़ा। उनके अनुसार वहाँ पानी और टॉयलेट जैसी बेसिक सुविधाएं भी नहीं थी, इस तरह से उन्हें दस दिनों तक अजनबियों लोगो के साथ रहना पड़ा | उनके पति से इस दोरान फोन पर बातचीत होती रहती थी, लेकिन एमी बहुत डरी हुई थी। वह अपना हनीमून भी एन्जॉय नही कर पायी |
एक रिपोर्ट के अनुसार जिस वार्ड में एमी रुकी थी, वह एक दिन का चार्ज 22 हजार रुपये था। वहीं डॉक्टर की फीस 18 हजार रुपए ली गई थी। उसके साथ ही उन्हें उनके होटल से भी रिफंड नहीं मिला। इस तरह से उनका हनीमून बुरी तरह से खराब हो गया।
हनीमून की उनकी यह स्टोरी आज सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है और लोग इनकी स्टोरी को जानकार काफी दुखी हुए है |