दुनिया भर में अनेकों प्रकार के जीव-जन्तु पाए जाते है। इनमे से कुछ जीव एसे भी है जो विलुप्त होने की कगार पर है | उन्ही में कुछ उल्लू प्रजाति के जो की विलुप्त होते हुए दिखाई दे रहे है | कुछ उल्लू एसे भी है, जो कई वर्षों से दिखाई नही दिए है।
ऐसा ही एक विशालकाल उल्लू इस समय दिवाली के पहले दिखाई दिया है, जो 150 साल बाद नजर आया है। जिसकी तस्वीर सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रही है। आपको बता दे की दिवाली पर उल्लू का दिखना बहुत ही शुभ माना जाता है, इसे लक्ष्मी की सवारी के रूप में माना जाता है |
जिस उल्लू की तस्वीर इंटरनेट पर वायरल हो रही है उसे बिट्रेन के एक साइटिंट ने अपने कैमरे में कैप्चर किया है। इस प्रजाति का नाम शेली ईगल है, जो बहुत ही दुर्लभ जीवो में से एक माना जाता है | यह उल्लू अफ्रीका के वर्षा वनों में पाया जाने वाला एक विशालकाय उल्लू हैं। इस उल्लू की तस्वीर 16 अक्टूबर को इंपीरियल कॉलेज लंदन के लाइफ साइंस विभाग के डॉक्टर जोसेफ टोबिअस ने कैप्चर की थी उसके बाद से यह सोशल मीडिया पर काफी वाइरल हुई है |
फोटो लेने वाले डॉक्टर जोसेफ ने बताया कि ये उल्लू महज 15 सेकेंड के लिए दिखा और फिर एकदम से कहीं गायब हो गया। इसका साइज बहुत बड़ा था और आंखें गहरे काले रंग की थी। इस विशालकाय उल्लू का साइज देखकर आज सभी लोग हेरान है |
उन्हें देख ऐसा लगा जेसे यह उल्लू नही चिल है, जब गौर से देखा तो पता चला कि वो चील नहीं दुर्लभ प्रजाति का उल्लू है। जिसे वर्षो से किसी ने नहीं देखा था। इसको ghanaspora नाम के ट्वीटर हैंडल पर इसकी जानकारी साझा करते बताया गया है कि ये घाना के अटेवा वन में 150 वर्षों में पहली बार एक अत्यंत दुर्लभ उल्लू देखा गया।
First confirmed sighting of an extremely rare owl in Ghana’s Atewa Forest in 150 years. Two British ecologists conducting research in the forest recently saw the Shelley’s Eagle Owl (indigenous to Central & West Africa). The discovery could prompt the Atewa Forest to be protected pic.twitter.com/fQ6ININAuH
— ghanaspora (@ghanaspora) October 23, 2021
इस लुप्त हो चुके विशालकाय उल्लू की तस्वीरो ने आज लोगो के बिच तहलका मचा दिया है, क्युकी इस तरह के उल्लू को अभी तक किसी ने नही देखा था | कई टीमें इस दुर्लभ पक्षी के बारे में जानकारी जुटाने में वर्षों से सूचना जुटाने का प्रयास कर रहे हैं, लेकिन उन्हें यह उल्लू दिखाई दिया है, इस प्रजाति के उल्लू के बारे में पहली बार 1872 में Richard Bowdler Sharpe ने बताया था। उसके बाद से यह अब देखा गया है, जो आज लोगो के लिए मनोरंजक विषय बना हुआ है | आप भी इसकी तस्वीरे देख सकते है |