आज हम भारतीय क्रिकेट खिलाड़ियों को देखते है तो यही सोचते है, की इनके पास नाम के साथ साथ काफी पैसा भी है | लेकिन आज हम आपको कुछ एसे क्रिकेट खिलाड़ियों के बारे में बताने जा रहे है, जो गरीबी से निकलकर इस मुकाम तक पहुचे है, और आज इन्हें सारी दुनिया जानती है |
रवीन्द्र जडेजा
रविन्द जडेजा को हम सभी जानते है, यह उनके फैंस देश-दुनिया हर जगह आपको देखने को मिलते है | में लेकिन भारतीय खिलाड़ी, रवींद्र जडेजा का बचपन बेहद गरीबी में बीता था। इनके पिता एक सुरक्षा गार्ड थे और माँ एक नर्स थीं। और यह सरकारी क्वार्टर में रहते थे, लेकिन अपनी कड़ी मेहनत और दृढ़ संकल्प के कारण आज जडेजा भारत के सबसे अच्छे ऑलराउंडरों में से एक माने जाते है |
एमएस धोनी
एमएस धोनी का नाम आज दुनिया के सबसे बेहतर खिलाडियों की सूची में आता है | यह भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान भी रह चुके है | आपको बता दे की उनके पिता रेलवे में काम करते थे और चाहते थे कि उनका बेटा टिकट कलेक्टर बने। पिता के सपनों को पूरा करने के लिए, धोनी ने रेलवे में भी काम किया। लेकिन आखिरकार, सब कुछ छोड़कर उन्होंने अपना सपना जिया और भारत के सबसे सफल कप्तान बनकर दिखाया |
भुवनेश्वर कुमार
भुवनेश्वर कुमार एक तेज गेंदबाज के रूप में जाने जाते है | उन्होंने एक इंटरव्यू में यह खुलासा किया था कि उनके पास क्रिकेट खेलने के लिए उचित जूते तक नहीं थे। लेकीन उनके पिता और उनकी बहन हमेशा उनका समर्थन करते रहे है | लेकिन आपको बता दें कि बीसीसीआई के साथ सालाना अनुबंध से मोटी कमाई करते हैं।
इरफान खान और यूसुफ पठान
इन पठान बंधुओं को आख़िर कौन सा क्रिकेट फैंस भूल सकता है। आपको बता दें कि पठान भाइयों के भारत के लिए खेलने से पहले उनके पिता 250 रुपये के वेतन पर काम करते थे। अपने बेटो के सपनो को पूरा करने के लिए पठान के पिता पुराने जूते लाकर खुद सिलते थे और अपने बेटों को देते थे। लेकिन उन्होंने जिस मुकाम को हासिल किया है, उसे आज हर कोई जानता है | यह दोनों भाई टी-ट्वेंटी वर्ल्ड 2007 की चैंपियन टीम के सदस्य रहे हैं।
उमेश यादव
भारत के तेज गेंदबाजों में शुमार उमेश यादव को आज हर कोई जानता है, इन्होने अपने काम से बहुत जल्दी पहचान बनाई है | वही उमेश के पिता एक कोयला फैक्ट्री में काम करते थे, जिन्होंने अपने परिवार को उचित भोजन उपलब्ध कराने के लिए काफी संघर्ष काफी किया है |
मुनाफ पटेल
मुनाफ पटेल भारतीय टीम का हिस्सा रहे है | भारत की विश्व कप 2011 की विजेता टीम के सदस्य, मुनाफ पटेल भी बेहद ग़रीबी के दौर से बचपन मे गुजरे हैं। उनके पिता के पास अपनी जमीन नहीं थी। इसलिए, उन्हें किसी और के खेत में काम करना पड़ा है | उन्होंने भी अपने पिता के साथ काम में हाथ बटाया है | लेकिन अपनी लग्न और मेहनत से वह क्रिकेटर बन गए।
हरभजन सिंह
हरभजन सिंह को टर्बनेटर के नाम से जाना जाता है | हरभजन सिंह खेल के तीनों प्रारूपों में सबसे सफल भारतीय गेंदबाजों में से एक रहे हैं। हालाँकि, भज्जी को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर बड़ा नाम बनाने से पहले गरीबी से जूझना पड़ा था। उनके बारे में वीरेंद्र सहवाग ने खुलासा किया था कि परिवार की आर्थिक स्थिति के कारण हरभजन सिंह ने ट्रक ड्राइवर बनने तक के बारे में सोचा था | लेकिन उनकी खेल में मेहनत रंग लाई और हरभजन सिंह एक सफल बोलर के रूप में जाने जाते है |
इस तरह के कई खिलाडी एसे है, जन्होने गरीबी में अपना जीवन जिया है और आज उन्हें पूरी दिनिया जानती है |