प्यार के बारे में सही कहा गया है, की यह किसी की स्थति और हालात को देखकर नहीं होता है। ना तो प्यार करने की कोई उम्र है और न ही कोई सीमा यह कभी भी किसी से भी हो सकता है। जब कोई इंसान प्यार में होता है तो वो अपने जीवन साथी को पाने के लिए सब कुछ कर गुजरने को तैयार हो जाता है। आज हम आपको एक ऐसी ही प्रेम कहानी के बारे में बताने जा रहे है। जिसने सबको हैरान कर दिया है और लोग इस जोड़ी की खूब तारीफ़ कर रहे है।
मिसकॉल से शुरू हुई प्रेम कहानी
ये प्रेम कहानी एक मिसकॉल से शुरू हुई थी, लड़की को मिस कॉल लगने के कारण लड़के से प्यार हो जाता है और फिर लड़की उस लड़के से शादी करने के लिए तैयार हो जाती है। यह किसी फ़िल्मी दुनिया से कम नहीं लगता है, इतना ही नही जब लड़की को पता चलता है की लड़का अपने पैरो पर खड़ा भी नही हो सकता तब भी लड़की पीछे नही हटती और उस लड़के का हाथ थामने को तैयार हो जाती है।
आपको बता दे की बिहार के सुपौल में, जहां झारखंड की एक लड़की का बिहार के एक दिव्यांग से प्यार होना और उसके बाद शादी करने तक का सफर एक रॉन्ग कॉल से शुरू हुआ था। रांची की रहने वाली गौरी नाम की एक युवती ने एक दिन गलती से एक नंबर पर मिस कॉल किया, वो नंबर सुपौल के बसबिट्टी गांव के रहने वाले मुकेश को जा लगा। इसके बाद बातचीत होना शुरू हो गई, जो धीरे-धीरे आगे चलकर प्यार में बदल गई। युवक ने एक दिन सारी सच्चाई युवती को बता दी, सबूत के तौर पर दिव्यांग ने युवती को अपनी एक फोटो भेजी। लेकिन युवती ने इनकार नहीं किया और शादी करने के लिए सुपौल पहुंच गई।
प्रेमी संग डटे रहना हिम्मत की बात है
युवक दिव्यांग है और उसकी माँ का निधन बचपन में हो गया था। दोनों को शादी ना करने के लिए लड़की के परिवार वालो ने खूब समझाया लेकिन दोनों नहीं माने जिसके बाद दोनों को सदर थाना लाया गया, प्रेमिका ने अपने पिता और भाई से साफ कहा दिया कि वो बालिग है और इसी से शादी करना चाहती है। मुकेश अपनी मौसी के साथ पहुंचा और दोनों ने कोर्ट मैरिज कर ली।
लड़की के जज्बे को आज समाज सलाम करता है। विकलांग प्रेमी स्वीकारना बड़ी हिम्मत की बात है, इन दोनों का प्यार आज लोगो के बिच चर्चा का विषय बना हुआ है।