आज हम आपको यूपी की राजधानी लखनऊ के मंदिर के बारे में आपको बताने जा रहे है | यह शहर पुरानी इमारतों के लिए जाना जाता है, लेकिन यहा के मंदिर भी बहुत ज्यादा प्रसिद्द है | आज हम आपको एक एसे ही मन्दिर के बारे में बताने जा रहे है, जो मंदिर झगड़ेश्वर महादेव के नाम से जाना जाता है | आज हम आपको इस मंदिर की खास विशेषता के बारे में आपको बताने जा रहे है, जिसके बारे में आपको जानकर काफी अचरज होने वाला है |
आमतौर पर मंदिरों में लोग सुख शांति मांगने जाते हैं, लेकिन इस लखनऊ में स्थित मंदिरों में एक ऐसा मंदिर है जिसके काम की शुरुआत बिना झगड़े के नहीं होती है |
यहा झगड़े से शुरू होते हैं शुभ कार्य
यहा का झगड़ेश्वर महादेव मंदिर अपनी विशेष पूजा अर्चना के लिए जाना जाता है | यहां भगवान शिव की पूजा अर्चना करने के साथ साथ झगड़ा करने की प्रथा इसे खास बनाती है | माना जाता है की बिना झगड़े के यहां कोई शुभ काम नहीं हो सकता है | इसके लिए यहा पर थोड़ी देर के लिए ही सही मगर किसी भी आयोजन को लेकर यहां झगड़ा होना अनिवार्य है, उसके बाद ही शुभ कार्य किये जाते है | सभी झगडे दर्शन मात्र से शांत हो जाते है |
यह अनोखा शिवमंदिर नवाबी शहर लखनऊ के राजाबाजार के डेग वाली गली में स्थित है | यह मंदिर काफी पुराना है | मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार जिस जगह ये मंदिर स्थित है उसके आसपास पहले एक किला हुआ करता था, जिसमे एक शिवलिंग मिला, जिसे यहां पर स्थापित कर दिया गया | 1938 में इस मंदिर की दोबारा मरम्मत हुई, माना जाता है की यहां झगड़ेश्वर महादेव के दर्शन करने से घर के झगडे शांत हो जाते है |
मंदिर के पुजारी अंबिकेश्वर तिवारी के अनुसार मंदिर की हमेशा से ये प्रथा रही है कि यहां बिना झगड़े के कोई आयोजन नहीं होता है, लेकीन झगड़ा करने के बाद यह एकदम शांत हो जाता है और लोग फिर से बाबा की पूजा आराधना में जुट जाते हैं | यहा के मंदिर को झगड़ा शांत करने के लिए जाना जाता है, जहा पर कई लोग अपने झगडे को शांत करने के लिए आते है |