ईश्वर से उनका साथ देते हैं जो अपनी मेहनत के बल पर अपनी किस्मत लिखते हैं, पक्का इरादा हो और मुश्किलों से ना डरे तो कामयाबी जरूर मिलती है भले सफलता थोड़ी देर से मिलती है, लेकिन मिल जाती है। यह बात राहुल तनेजा ने साबित कर दी है। राहुल एक समय 100 रूपये में साइकिल मैकेनिक का काम करते थे, लेकिन आज यह करोडो के मालिक है। देखिये इनकी सफलता की कहानी को।
राहुल ने कभी नहीं सोचा था कि 1 दिन उनकी किस्मत इस मोड़ पर आ जायेगी। और वह डेढ़ सौ रूपये से डेढ़ करोड़ तक पहुंच जाएंगे| आपको यह सुनकर हैरानी हो रही होगी साइकिल मैकेनिक डेढ़ करोड़ का मालिक कैसे बन गया | अपनी कार के लिए उन्होंने हाल ही में 16 लाख रुपए देकर एक वीआईपी नंबर भी खरीदा है| भारत का सबसे महंगा नंबर प्लेट इन्होंने अपनी कार पर लगाया है| जिसकी वजह से यह आज मीडिया में सुर्खियों में बने हुए है।
आपको बता दें कि राहुल जयपुर में अपने परिवार के साथ रहने लगे थे | पिताजी पंचर बनाने का काम करते थे और राहुल बचपन से बड़ा आदमी बनने का सपना देखा करते थे | इसलिए उन्होंने घर छोड़ कर काम करना शुरू किया जब वह 11 वर्ष के थे, तब उन्होंने मात्र 150 रुपए में नौकरी शुरू की थी | उन्होंने नौकरी के साथ अपनी पढ़ाई भी जारी रखी उनके पास पढ़ने के लिए किताब नहीं होती थी| तब भी अपने दोस्तों से किताब कॉपी मांग कर उन्होंने पढ़ाई की और मेहनत करके 12वीं में 92% मार्क्स प्राप्त किया | इसके बाद उन्होंने अखबार बेचने का भी काम किया और दिवाली पर पटाखे होली पर रंग बेचने का काम भी करते थे |
उनके परिवार की स्थिति ठीक नहीं थी फिर भी वह फिटनेस से कोई समझौता नहीं करते थे| कॉलेज में पढ़ते समय उन्हें दोस्तों से उनके आकर्षक व्यक्तित्व को देखते हुए उन्हें मॉडलिंग करने की सलाह दी | अपने दोस्तों की सलाह पर मॉडलिंग करना शुरू कर दिया और मॉडलिंग के दौरान 1998 अपनी काबिलियत से जयपुर क्लब में आयोजित एक फैशन शो में उन्होंने प्रथम स्थान के रूप में विजेता रहे|
जिसके बाद राहुल को विज्ञापनों का ऑफर आने लगे और उनकी सफलता की सीढ़ियां चढ़ना शुरू हो गई| राहुल ने दूसरे राज्य में भी जाकर फैशन शो में हिस्सा लेने लगे हैं|
आज उनकी लाइफ पूरी तरह से बदल गयी है और एक बेहतर जिंदगी जी रहे है।