हम सभी जानते है की जिंदगी से हारकर कई लोग आत्महत्या कर लेते हैं, लेकिन क्या आप जानते है की इस तरह की घटना सिर्फ मनुष्य ही नही करते है | एक रिसर्च में पाया गया है की जानवर भी इस तरह की घटना को अंजाम देते है |
सुसाइड की ये भावना इंसानों के साथ जानवरों में भी होती है, वह अपने साथी के गम एवं अन्य कारणों से खुद की जान ले लेते हैं। वैज्ञानिकों ने इस बारे में एक रिसर्च की है जिसमे पाया गया की यह सत्य है |
वैज्ञानिकों के मुताबिक जब जानवर के मालिक या उसके साथी की मौत होती है तब जानवर सबसे ज्यादा दुखी होते हैं, जिसके कारण वह खाना-पीना भी छोड़ देते हैं और ज्यादा भूखा रहने की वजह से उनकी मौत हो जाती है।
उन्होंने बताया की आत्महत्या की प्रवृत्ति कुत्ते और बिल्लियों जेसे जानवरों में ज्यादा होती है | उन्हें अपने मालिक या अपने पार्टनर से ज्यादा लगाव रहता है, जिससे वह दुखी हो जाते है |
क्युकी जानवर अपने दुख को मनुष्य की तरह बोलकर जता नहीं सकते हैं, इसलिए उनकी आत्महत्या करने की इस आदत को सभी जानवरों से जोड़कर नहीं देखा जा सकता है।
रिसर्च में देखा गया की सुसाइड करने वाले जानवरों में सबसे ज्यादा संख्या मैमल्स की होती है। इंल्यूस्ट्रेटेड लंदन न्यूज के मुताबिक जानवर भी डिप्रेशन का शिकार होते हैं। उन्होंने इस तरह के रिसर्च कई जानवरो पर की है जिसमे इस तरह का बर्ताव करते हुए जानवर पाए गये है |
एक घटना के तहत एक कुत्ता परेशान होकर सुसाइड करने की कोशिश कर रहा था। जिसके लिए वह बार-बार खुद को स्विमंगपूल में गिराकर डूबो रहा था। उसे बचाया जा रहा था, लेकिन अंत में वह मर गया।
शोध के मुताबिक जब जानवर अपने घर को छोड़ते हैं, तब भी वह दुखी होते है, इससे दुखी होकर भी वह इस तरह का कदम उठाते है | इसलिए मरने वालों में अप्रवासी जानवरों एवं पक्षियों की तादात ज्यादा होती है।
वैज्ञानिको ने बताया की जानवरों की तरह पक्षी भी आत्महत्या करते हैं। इस तरह की घटना असम के जटिंगा गांव में बहुत देखने को मिलती है। यहां पक्षी मानसून के महीने में खुद की जान ले लेते हैं। लेकिन इसके पीछे एक कारण वातावरण में पक्षियों के खुद को न ढ़ाल पाने का कारण भी है जिसकी वजह से उनकी मौत हो जाती है | इसके पीछे भी कई तर्क है, जिस पर अभी रिसर्च चल रही है |