इस भागम भरी लाइफ में व्यक्ति को हमेशा हंसते तथा मुस्कुराते रहने के लिए आज हम कुछ चुटकुले सुनाने जा रहे हैं।
पप्पू — यार शादी के जोड़े
कौन बनाता है?
राजू – भगवान बनाता है?
पप्पू –ओ तेरी की
मैं तो दर्जी को दे आया…..
गली से आवाज आई,
₹400 में जिंदगी भर
बैठ कर खाइए,
बाहर निकल कर देखा तो
साला “कुर्सी” बेच रहा था।
सिलेंडर आज भी विस्की
की बोतल से सस्ता है,
लेकिन फिर भी व्हिस्की एक घंटा चलती है और
सिलेंडर महीना,
भिखारी – कुछ पैसे दे दो मां जी,
बुढ़िया – लो यह ₹1 ले लो,
भिखारी – ₹1 लेकर जाने लगा,
बुढ़िया- सुनो अभी तो तुम्हें मिल गई
. अब थोड़ा आशीर्वाद तो दे दो ,
भिखारी – कार में तो बैठी हो, अब क्या आसमान में बैठना चाहती हो?
लड़का कितना भी बिजी
क्यों ना हो,
. मगर पास से गुजरती हुई
. सुंदर कन्या को देखने के
लिए वक्त निकाल
ही लेता है,
यह इंसानियत नहीं है
तो और क्या है,
दसवीं कक्षा की
. मोहब्बत और
11वीं कक्षा की मार्कशीट
. कभी कम नहीं होती,
बेटा- पिताजी आप बहुत किस्मत वाले हैं?
पिताजी वो कैसे बेटा?
बेटा – क्योंकि मैं फेल हो गया हूं,
आपको मेरे लिए नई क़िताब
नहीं खरीदनी पड़ेगी,
फेकू –खड़े-खड़े अपने कान चाबी से खुजला रहा था…..
पप्पू उसके पास जाकर बोला,
अगर स्टार्ट नहीं हो रहा हो तो,
धक्का लगाऊं क्या?