लंदन पर्यावरण और पशुओं के लिए काम करने वाले चर्चित संगठन वर्ल्ड वाइड फंड डब्ल्यूडब्ल्यूएफ ने दुनिया को यह चेतावनी दे दी है कि एक दशक में धरती डायनासोर के विलुप्त होने के बाद सबसे बड़े विनाशक की ओर बढ़ रहे हैं। इस विनाश की प्रक्रिया में गोरक्ष और चीन लुप्त हो जाएंगे। जिन लोगों को सबसे ज्यादा खतरा मंडरा रहा है उसमें ध्रुवीय भालू, शार्क, हाथी ,मेंढक और मछलियां शामिल है ऐसी चीजों के दादा 10 लाख है।
डब्ल्यूडब्ल्यूएफ ने साल 2021 के लिए अपने विनर्स एंड लूजर्स की रिपोर्ट जारी करते हुए, इस रिपोर्ट में कहा है कि अगले दशक में करीब 10 लाख जो विलुप्त हो जाएंगे। आज और काल में हुए महाविनाश के बाद यह सबसे बड़ा विनाशकारी समय होगा। इस समय संरक्षण के जरूरी लिस्ट में 142, 500 प्रजातियां शामिल है। 40000 प्रजातियों के विलुप्त होने का खतरा भी है।
जीवों के विलुप्त होने की दल वैश्विक स्तर पर सबसे तेज
इंटरनेशनल यूनियन फॉर कंजर्वेशन ऑफ नेचर इस 1964 वे पहली बार बनाई गई। इस लिस्ट मैं सबसे बड़ा आंकड़ा है डब्ल्यूडब्ल्यूएफ ने चेतावनी दी है कि वैश्विक स्तर पर जीवों के विलुप्त होने की जड़ काफी तेजी से बढ़ सकती है, साथ ही वैश्विक संरक्षण समझौते का आह्वान भी इस संगठन ने किया है। अफ्रीका में वनों में पाए जाने वाले हाथी भी इस लिस्ट में शामिल है जो 31 साल में इन हाथियों की तादाद में 86 फ़ीसदी की कमी आई है।
समुद्री जीव की बात की जाए तो आर्टिका इलाका बर्फ से खाली हो जाएगा और अगर रिपोर्ट की माने तो सामान में बहुत ज्यादा मछली पकड़ जाएंगे। आवास के खत्म होने और जलवायु संकट से सभी तरीके के साथ ही संख्या में 30% से ज्यादा की गिरावट आएगी।
आंधी उभयचर प्राणी संकटग्रस्त प्रजातियों के लिस्ट में
आशंका जताई जा रही है कि जर्मनी में पाए जाने वाले मेढ़क और टोड्सा को 210 का महाविनाश में खुद को बचा नहीं पाएंगे और खत्म हो जाएंगे। यह निर्माण की वजह से आते हुए जब बारिश क्रश प्रजातियों के लिस्ट में शामिल हो गए हैं। इस बच्चे के साथ डब्ल्यूडब्ल्यूएफ ने कहा है कि अभी उम्मीद बाकी है क्योंकि बीते हुए साल में कई सफलता की कहानी भी है।