रूस यूक्रेन युद्ध से भारत को होगा ये फायदा, 3 महीने पहले ही मोदी और पुतिन ने करी थी ये डील

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रूस यूक्रेन के युद्ध से मोदी जी के फायदे, 3 महीने पहले ही मोदी और पुतिन ने करी थी डील

आजकल सारे न्यूज़ चैनल पर एक न्यूज़ काफी तेजी से वायरल हो रहा है जिसमें रूस तथा यूक्रेन के झगड़े के बारे में दिखाया जा रहा है। रूस का यूक्रेन पर आक्रमण करने के बाद उसे काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। इस युद्ध के बाद रूस के खिलाफ अमेरिका हो गया है और अमेरिका के प्रतिबंध लगाते ही अमेरिका के साथ कई देश उसके संग हो गए हैं। जिससे रूस को आर्थिक दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। परंतु इस युद्ध से अगर किसी को फायदा हो रहा है तो वह है भारत। आइए जाने की इस युद्ध से भारत को कौन-कौन से फायदे हो रहे हैं

इस युद्ध के बाद वीजा तथा मास्टरकार्ड रूसी मार्केट से बाहर हो गए हैं। जिसकी वजह से आम आदमियों को काफी तकलीफ हो रही है । इसके विकल्प के रूप में रूस ने चीन के पेमेंट सिस्टम को अपनाना शुरू कर दिया है। 3 महीने पहले जब रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन भारत आए थे तो उस समय उन्होंने कुछ अहम समझौते भारत के संग किए थे। जो युद्ध के बाद काफी कारगर सिद्ध हो रहे हैं। वीजा तथा मास्टर कार्ड पेमेंट सिस्टम पर रूसी बैंक में जो कार्ड इशू किए थे वह 9 मार्च के बाद रूस से बाहर काम करना बंद कर देंगे।

वैसे यह कार्ड एक्सपायरिंग तक रूस के अंदर काम करते रहेंगे परंतु यह कार्ड विदेशी कंपनियों के स्टोर या ऑनलाइन शॉपिंग में काम नहीं करेंगे वैसे तो यह कार्ड कई जगह पहले ही काम करना बंद कर चुके हैं इससे आम रूसी लोगों को काफी जरूरतें पूरी करने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।

रूस के इस संकट के समय भारत डिजिटल पेमेंट इंटरफेस यूपीआई और घरेलू पेमेंट सिस्टम रूपए से काफी मदद मिल रही है जब पुतिन दिसंबर 2021 में भारत के दौरे पर आए थे, तभी इस बारे में अहम समझौते पर हस्ताक्षर किए थे विदेश मंत्रालय के तत्कालीन बयान के अनुसार 21वें इंडिया रशिया एनुअल समिट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच कई बातों पर सहमति बनी। इस दौरान दोनों पक्षों ने नेशनल पेमेंट इंफ्रास्ट्रक्चर के रूपे और मीर कार्ड को एक्सेट करने की लेकर बातचीत जारी रखने और सहमति व्यक्त की थी।

यूपीआई पूरी तरह से स्वदेशी डिजिटल फेमस इंटरफेस है। यह इतना सिंपल और सिक्योर है कि अमेरिकी सेंट्रल बैंक फेडरल रिजर्व ने भी इसकी तारीफ की थी। गूगल देवी अमेरिका में यूपीआई को अमल में लाने तथा उनकी जैसी कोई टेक्नोलॉजी डिवेलप करने की मांग की थी। अब यूपीआई का इस्तेमाल भारत के बाहर भी होने लगा है पड़ोसी देश नेपाल ने हाल में ही यूपीआई को अपनाया। भारत में गूगल पर amazon.pay पेटीएम भीम भारत के फोन पर जैसे सारे डिजिटल पेमेंट एप्स यूपीआई इंटरफ़ेस पर ही बेस्ट है।

आरबीआई के आंकड़ों के अनुसार 2020 में ही भारतीय कार बाजार के रूप में 60% से ज्यादा हो चुकी थी जबकि 2017 में या हिस्सेदारी मात्र 15 फ़ीसदी थी। हालांकि पेमेंट और ट्रांजैक्शन के लिहाज से अभी भी वीजा और मास्टर कार्ड रुपे की तुलना में बहुत आगे है।

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