सांपों का इन पेड़ के पास रहने का एक कारण यह है कि सांप की सूंघने की शक्ति अन्य जीवो से ज्यादा तेज होती है, सांप ना तो केवल नोस्टिल्स बल्कि जीभ से भी सूघ सकते हैं, यदि आपके पास कोई सांप आ जाए और जीभ को हिलाए तो इसका मतलब यह नहीं कि वह आपको डरा रहा है बल्कि वह सूंघने की कोशिश कर रहा है, इसका मतलब यह कि सांप चंदन या चमेली तक सुध कर ही ही पहुंचता है।
हम लोग ने सुन रखा है कि सांप अक्सर चंदन के पेड़ के पास पाए जाते हैं, यही नहीं सांप चंदन के अलावा रजनीगंधा चमेली जैसे खुशबूदार पेड़ों के आसपास रहना पसंद करते हैं।
जहां तक सांप का सवाल है तो उत्तरी दक्षिणी ध्रुव और आयरलैंड न्यूजीलैंड जैसे कुछ देशों को छोड़ने तो सांप दुनिया भर के हर देश में पाए जाते हैं। या जंतु ज्यादातर ठंडी और अंधेरी जगहों पर रहना पसंद करता है, इसकी वजह यह है कि यह एक्टोथर्म है, इसका मतलब यह कि ऐसे जीव जो अपने शरीर का तापमान नियंत्रित करने के लिए बाहरी चीजों पर निर्भर रहते हैं, इस श्रेणी में सांप कछुआ घड़ियाल और छिपकली जैसे भी होते हैं।
चन्दन के पेड़ पर सांपो का बसेरा का वायरल हुआ वीडियो
इस तरह के जीव हमेशा बिल,झाड़ी, चट्टानों के नीचे या पानी में तथा पानी की आस पास पाए जाते हैं। चूंकि चंदन रजनीगंधा और चमेली का भी तापमान बाकी पेड़ पौधों की तुलना में कम होता है यही कारण है कि सांप इन पेड़ों की तरफ ज्यादा आकर्षित होते हैं। सूखे पेड़ में ज्यादा खुशबू होती है और सांप इन्हें सूघं कर आसानी से वहां पहुंच जाते हैं इसलिए सांप का यह बसेरा माना गया है