वैसे तो आजकल के बच्चे समय से पहले एक से एक काम करके रिकॉर्ड बना रहे हैं, पर सोशल मीडिया पर आजकल ये खबर काफी तेजी से वायरल हो रही है जिसमें 5 साल के एक छोटे बच्चे ने ऐसा ही एक इतिहास रच दिया l
दरअसल ये कहानी मध्यप्रदेश के एक 5 साल के बच्चे के बाल पुलिस आरक्षक के पद पर तैनाती की है l जब पुलिस अधिकारी ने उसे नियुक्ति पत्र देते हुए प्रश्न किया की पुलिस की नौकरी करना चाहते हो कि नहीं, तो उस बच्चे ने तोतली जुबान में कहा हां, इसके बाद वहां मौजूद लोगों को बच्चे की इस जवाब से दिल भर आया तथा वहीं मौजूद उसकी मां की आंखों से आंसू भी आ गए l
उस बच्चे को इतनी कम उम्र में पुलिस की नौकरी मिलने की वजह यह थी कि 2017 में पुलिस की नौकरी के दौरान उसके पिता के हार्ट अटैक से मृत्यु हो गई अतः उस बच्चे को अनुकंपा के आधार पर नौकरी मिली. l
प्रधान आरक्षक चालक श्याम सिंह मरकाम निवासी कोहिया छपारा तहसील लखनादौन जिला सिवनी की 23 फरवरी 2017 को हार्ट अटैक से मृत्यु हो गई, पति की मृत्यु के बाद पत्नी ने अपने 5 वर्षीय बेटा गजेंद्र मरकाम गांव को पुलिस नौकरी दिलाने के लिए कोशिश प्रारंभ की। क्योंकि नरसिंहपुर में कोई पद खाली नहीं था अतः कटनी में पद स्थाना का निर्देश दिया गया, जिसके बाद पुलिस अधीक्षक सुनील कुमार जैन ने मां की उपस्थिति में उस 5 वर्ष के बालक को बाल आरक्षक के पद पर नियुक्ति पत्र दीया।
एसपी के अनुसार बाल आरक्षण गजेंद्र की पदस्थापना पुलिस लाइन में ही की गई है इसको कोई काम नहीं करेगा वह मां के साथ रहकर पुलिस लाइन के क्वार्टर में आगे की पढ़ाई जारी रखेगा। इसकी बात जब उसकी उम्र 18 वर्ष की हो जाएगी तो शैक्षणिक योग्यता के साथ शारीरिक दक्षता को आधार पर उसकी आगे आरक्षक पद की पदस्थापना की जाएगी। कथा सातवें वेतनमान के अनुसार ₹19500 का आधा तथा महंगाई भत्ता उसे मिला करेगा। वही उसकी मां का कहना है कि बेटी को पुलिस में बेहतर सेवा देने के लिए तैयार करेगी ताकि उसका बेटा बड़ा होकर एक अच्छा पुलिसकर्मी बने।