हम लोगों ने पौराणिक कथाओं में महाभारत तथा रामायण दोनों ही पढ़ी है, जहां रामायण में पुरुषोत्तम राम की कहानी थी जिन्होंने शादी के ही दिन अपनी पत्नी से वादा किया था कि वह जीवन भर एक पत्नी ही रखेंगे। वही महाभारत में द्रोपदी थी जिन्होंने अपनी सास के कहने पर की पांचों भाई बांट लो उसी बात का अनुसरण करते हुए पांचों पांडवों से विवाह किया। तथा सबो ने प्रसन्नता से जीवन व्यतीत किए।
परंतु हम आधुनिक समय की बात कर रहे हैं, जहां एक और ऐसी स्त्री है जिन्होंने द्रौपदी की तरह पांच पांडवों के संग अपना विवाह कर खुशी से अपना जीवन व्यतीत कर रही है।
वैसे तो किसी लड़की के लिए पांच पति को स्वीकार करना काफी मुश्किल काम है, परंतु आज हम ऐसी ही एक लड़की है जो जो कि उत्तराखंड में रहती है उसकी कहानी बताते हैं आपको।
उत्तराखंड के देहरादून के पास एक गांव है जहां पर काफी कुछ, परंपराएं चली आ रही है उसी में एक परंपरा यह भी है कि इस गांव की लड़की एक ही परिवार के सभी भाइयों के संग विवाह करती है, चाहे उस परिवार में कितनी ही भाई क्यों ना हो, इस प्रकार रज्जो का विवाह जिस घर में हुआ वहां कुल पांच भाई थे अतः रज्जो को सभी भाइयों के संग विवाह करना पड़ा,। रज्जो सभी भाइयों के संग अलग-अलग दिन में संबंध बनाती है। इन सबों के बावजूद उसकी शादी शुदा जिंदगी बहुत खुश हाल है और वह अपने परिवार के संग काफी प्रसन्न है।