बेजुबान जानवर से प्यार तो हम सभी करते है लेकिन एक ऐसी घटना सामने आई हे, जिसमे एक 12 साल की बच्ची ने उस बेजुबान जानवर के लिए अपना घर तक छोड़ दिया। ऐसी क्या बात हो गयी थी जिसके चलते उस नन्ही सी बच्ची को ऐसा कदम उठाना पड़ा |
आइये जानते हे इस पुरू घटना का सच, कहा जा रहा है कि इस बच्चे को माता-पिता ने घर में पपी को रखने से मना किया था जिसके चलते बच्ची नाराज हो गई और माता-पिता को बिना बताए ही धार से इंदौर आ गई। गुरुवार दोपहर को जब गंगवाल बस स्टैंड के पास एक रोती हुई बच्ची पर कॉन्स्टेबल सुलतान सिंह राणा और जोगेश लश्करी की नजर पड़ी तो उन्होंने बच्ची को अकेले देख उससे पूछताछ की।
पूछताछ के दौरान बच्ची ने उसका नाम मोहिनी शर्मा बताया। उसने बताया कि वह छठवीं क्लास में पढ़ाई करती है और वह धार की रहने वाली है। इसके अलावा बच्ची ने पिता का नाम बसंत शर्मा बताया। उसने कहा कि, मम्मी-पापा की डांट की वजह से वह अपने घर को छोड़कर इंदौर आ गई है। आप को बता दे की इस पूरी घटना के दोरान बच्ची की गोद में एक छोटा सा लैब्राडोर भी था।
इसके बाद पुलिसवालों ने बच्ची से अपने पिता का मोबाइल नंबर पुछा और उसके परिजनों को सुचीत किया और बातचीत की।
पुलिसवालों को मोहिनी ने बताया कि, करीब 6 महीने पहले उसने अपनी गुल्लक तोड़कर 5 हजार रुपए में एक लैब्राडोर पप्पी खरीदा था। वह दिनभर इस पपी के साथ मस्ती करती और खेला करती थी। लेकिन उसके मम्मी-पापा को पपी के साथ खेलना पसंद नहीं था और हमेशा उसके मम्मी पापा उसे डांटा करते थे। घर में गंदगी के कारण बच्ची बताती है की, जब वह सो जाती तो उसकी मम्मी उसके पप्पी को; डॉगी को घर के बाहर छोड़ आएगी। ऐसे में बच्ची को अपने माता-पिता की यह बात पसंद नहीं आती ; इन सब के चलते वह उन्हें बिना बताए ही अपनी डॉगी के साथ घर से निकल पड़ी।
मोहिनी ने कहा कि, वह अपने पपी के बिना नहीं रह सकती। वह हमेशा उसके साथ ही रहना चाहती है। बच्ची का पपी के लिए इतना प्यार देखकर उसके पिता भी राजी हो गए। फिर पुलिस वालों ने बच्ची को उसके पिता को सौंप दिया। खबरों की माने तो कॉन्स्टेबल सुलतान सिंह राणा और जोगेश लश्करी को सूझबूझ से काम लेने के लिए एसपी महेश चंद जैन ने 500-500 रुपए पुरस्कार देने की बात कही है।